हाल ही में मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट के रिजल्ट में कथित गड़बड़ी के बाद मचे हंगामे और सीबीआई जांच की मांग के बीच नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपना स्पष्टीकरण दिया।

एनटीए ने स्पष्ट किया कि शिक्षा मंत्रालय ने ग्रेस मार्क्स मामले की जांच के लिए एक चार सदस्यीय कमिटी बनाई है।

एनटीए के डायरेक्टर जनरल सुबोध कुमार सिंह ने कहा कि स्टूडेंट्स को ग्रेस अंक देने से नतीजों या क्वालिफाइंग क्राइटेरिया में कोई फर्क नहीं पड़ा है।

एनटीए ने पेपर लीक होने के आरोपों को भी खारिज कर दिया है।

यूपीएससी के पूर्व चेयरमैन की अगुवाई में यह कमिटी एक सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।

यह कमिटी लगभग 1600 स्टूडेंट्स को दिए गए ग्रेस मार्क्स और टाइम लॉस मामले की जांच करेगी।

जरूरत पड़ने पर इनका रिजल्ट संशोधित किया जा सकता है।

एनटीए ने स्पष्ट किया कि इस मसले से नीट रिजल्ट के बाद होने वाली एमबीबीएस और बीडीएस समेत विभिन्न मेडिकल कोर्सेज की एडमिशन प्रक्रिया पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

कमिटी की सिफारिशों के आधार पर ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा।